Republic Day History: What Happened on 26 January | Republic Day 2022 Whatsapp, Insta images
26 January-Republic Day! (गणतंत्र दिवस)
हर भारतीय इन्सान इस बात को जनता है कि 26 January को एक National Holiday होता है, यानिकि सरकारी छुट्टी । 26 January को जो छुट्टी होते है, ये Republic Day के लिए होता है; पर ये गणतंत्र दिवस आखिर क्या चिज़ है!! और कियो हम 26 January को ही गणतंत्र दिवस मनाते हैं!!
इस Blog Post में आपको गणतंत्र दिवस की कहानी Share करने वाला हु ओर साथ ही साथ कुछ लोगों को ये भी Confusion रहता है कि स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) ओर गणतंत्र दिवस (Republic Day) में किया अंतर है!! इसके बारे में भी आपको जानने को मिलेगा।
Short History of Republic Day:
कहानी शुरू होती है August 15, 1947 को, जिस दिन भारत को अंग्रेजों की शासन से आजादी मिली थी। आजादी तो मिल गई लेकिन तब हमारे देश के पास खुद का कोई संविधान नहीं था। हम वहीं सारे कानून और नियमों को अनुसरण कर रहे थे जो अंग्रेजों ने हमें दिया था।
तो, अपना संविधान बहुत ही ज्यादा जरूरी हो सुके थे। इस बात की गम्भीरता को समझते हुए “The Drafting Committee” को गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष थे “ B. R. Ambedkar”. इस Group की जिम्मेदारी थी कि उनको भारत के लिए एक उचित और स्थायी संविधान तैयार करना। इस Committee ने बहुत सोच समझकर 2 साल 11 महीने 18 दिनों के बाद एक Draft तैयार किया गया। Nov 24, 1949 को इस प्रारूप को संविधान सभा ने अपनाया और इसलिए हम 26 November को “National Law Day” या फिर “संविधान दिवस” मनाते हैं।
Why Nov 26 isn't Republic Day!!!
अब देखिए, संविधान सभा ने Nov 26, 1949 में ही इस संविधान को अपनाया था, फिर भी हम गणतंत्र दिवस मनाते हैं 26 January को!! ऐसा क्यों!! उसकी कहानी ऐसी ही कि जब अंग्रेज भारत में राज कर रहे थे, तब साल 1929 में “Pandit Jawaharlal Nehru” के नेतृत्व में Indian National Congress ने एक सभा बेथाइ। इस सभा में पंडित नेहरू, Dominion Status का विरोध कर रहे थे। Dominion Status अंग्रेजों ने ऐसा एक प्रणाली बनाया था जिसमें वे ऐसा कह रहे थे भारतीय लोगों को कि आप अपने देश की सरकार को सला सकते हैं, पर आपके देश का जो नेता रहेगा वो ब्रिटिश सरकार ही रहेगा। तो इस सभा में पंडित नेहरू जी ने “Purna Swaraj” की मांग कि। उसके बाद अगले महीने ही इसे लागू कर दिया गया। फिर पंडित नेहरू जी ने लाहौर में तिरंगे को लहराया था, ये तारिख था 26 January और उस दिन से लेकर 1947 तक भारत में 26 January को स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मनाते थे।
साल 1947 में भारत को वास्तविक रूप में स्वतंत्रता मिली, 15 August को। ऐसा कहा जाता है कि अंग्रेजों ने 15 अगस्त को ही सूना स्वतंत्रता देने के लिए, क्योंकि 15 अगस्त अंग्रेजों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन था। क्योंकि इसी दिन ही जापान के उपर 15 August 1945 जंग में जीत हुई थी, यानिकि हमारे देश की आजादी के दो साल पहले। इसलिए 15 अगस्त Britain के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण दिन था और इसलिए उन्होंने ये दिन निर्णय किया हम लोगों को स्वतंत्रता देने के लिए।
इसलिए अफसर ऐसा भी कहा जाता है कि अंग्रेजों ने हमें उसे दिन स्वतंत्रता दिया जिस दिन उसके लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण था, जिस दिन उनको जीत मिली थी। तो कुल मिलाके बात ये है कि 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 26 January 1950 में भारत के संविधान को लागू कर दिया गया था।
Conclusion:
बहुत लोग 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस से Confuse कर लेते हैं, जबकि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस है और 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस है।
15 अगस्त साल 1947 में हम लोगों को अंग्रेजों की राज से आजादी मिली थी और 26 जनवरी को हमारा संविधान लागू हुआ था। दिल्ली में लाल किल्ला (Red Fort) पे बहुत Celebration कि जाती है; राज पर पे एक जबरदस्त परेड होती है, जिसमें भारत अपने मिलिट्री सेना और अपने संस्कृति को जश्न मनाने है।
एसिही हमारे कॉलेज एन सी सी के एक बहुत छोटा सा परेड वीडियो निचे दिए गए हैं, आशा है कि आप इसका आनंद लेंगे।
आशा करते हैं, आपको इस Article से कुछ जानकारी मिला होगा। इसे पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
*images credit: pixabay.
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